Pages

Thursday, December 24, 2009

देश की मिटटी की सुगंध ।
अंग्रेजी का नव-वर्ष भले ही मनाएं, उमंग-उत्साह चाहे जितना दिखाएँ; विक्रमी संवत को कभी न भुलाएँ, चैत्र के नवरात्रे जब-जब भी आयें; घर-घर सजाएँ दीपक जलाएं, खुशियों से ब्रह्माण्ड तक सभी को महकाएं। अभी तो अंग्रेजी नव वर्ष की शुभ कामनाएं। तिलक - संपादक युग दर्पण। 09911111611, 09540007993, -991, yugdarpanh@याहू.कॉम..। दिल्ली भारत ।