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Monday, June 21, 2010

आदरणीय पाबला जी

आज लम्बे समय के बाद मेल खोली तो खाते को खोले जाने की सूचना मिली! आदरणीय पाबला जी क्या इस बारे कुछ पता चल सकता है! देश की मिटटी की सुगंध, भारतचौपाल!

2 comments:

  1. रोशन जी फ़ौरी निदान तो मैं बता चुका हूं । यहां बताना ठीक नहीं होगा , पाबला जी तक आपका संदेश पहुंचाने का प्रयास कर रहा हूं । यदि फ़िर भी कोई समस्या हो तो नि:संकोच फ़ोन करें ।

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  2. आपसे 'मेल' मुलाकात तो हो ही गई है!

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